इंडियन ओवरसीज बैंक कंपनी प्रोफाइल, फाउंडर, मालिक, CEO & MD, नेटवर्थ, प्रोडक्ट & सर्विस, अधिग्रहण & विलय, विकी और अधिक (Indian Overseas Bank company details in hindi)
इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है तथा इसका मुख्यालय चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित है। इस बैंक की स्थापना M. Ct. M चिदम्बरम चेट्टियार द्वारा फ़रवरी 1937 की गई थी। राष्ट्रीयकरण के दौरान इंडियन ओवरसीज बैंक भारत सरकार द्वारा अधिग्रहित 14 प्रमुख बैंकों में से एक था।
बायो/विकी (Bio/Wiki)
नाम:- | इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) |
प्रकार (Type):- | पब्लिक |
इंडस्ट्री:- | बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं |
प्रोफाइल (Profile)
स्थापना की तारीख:- | 10 फ़रवरी 1937 |
फाउंडर:- | M. Ct. M चिदम्बरम चेट्टियार |
मुख्य लोग:- | अजय कुमार श्रीवास्तव (MD & CEO) |
मुख्यालय:- | चेन्नई, तमिलनाडु |
स्टॉक एक्सचेंज:- | BSE: 532388 NSE: IOB |
राजस्व (Revenue):- | ₹23,523 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
कुल संपत्ति (Total Asset):- | ₹3,13,450 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
नेटवर्थ:- | ₹24,876 करोड़ (वित्त वर्ष 2023) |
मालिक:- | भारत सरकार |
वेबसाइट:- | www.iob.in |
कंपनी के बारे में (About Company)
इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का लीडिंग बैंक है। इस बैंक की स्थापना 10 फ़रवरी 1937 को M. Ct. M चिदम्बरम चेट्टियार द्वारा की गई थी। IOB बैंक की स्थापना विदेशी मुद्रा व्यवसाय में विशेषज्ञता के मुख्य उद्देश्य के साथ की गई थी ताकि बैंक को दुनिया भर में ले जाया जा सके। आज़ादी की शुरुआत में IOB की भारत में 38 शाखाएँ और विदेश में 7 शाखाएँ थीं।
उसके बाद इंडियन ओवरसीज बैंक ने कई स्थानीय बैंकों का अधिग्रहण किया था। 1969 में भारत सरकार ने IOB का राष्ट्रीयकरण कर दिया था। और इस समय तक इंडियन ओवरसीज बैंक की भारत में 195 शाखाये थी। राष्ट्रीयकरण के बाद सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों की तरह इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी ग्रामीण भारत में शाखाएँ खोलने पर जोर दिया था।
2023 तक IOB की देश भर में 3,222 शाखाएँ और 3,495 ATM है। और बैंक की वर्तमान में 4 देशों सिंगापुर, हांगकांग, थाईलैंड और श्रीलंका में विदेशी उपस्थिति है।
प्रोडक्ट/सर्विस (Product/Service)
IOB बैंकिंग उत्पादों और सेवाओं की एक विस्तृत रेंज प्रदान करता है, जो इस प्रकार हैं:
- पर्सनल बैंकिंग: सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट्स, लोन, क्रेडिट कार्ड, बीमा और अधिक।
- कॉर्पोरेट बैंकिंग: वर्किंग कैपिटल लोन, टर्म लोन, प्रोजेक्ट फाइनेंस, ट्रेड फाइनेंस, फॉरेन एक्सचेंज और अधिक।
- कृषि बैंकिंग: किसानों और अन्य कृषि व्यवसायों के लिए लोन
- MSME बैंकिंग: माइक्रो, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए लोन और अन्य वित्तीय सेवाएँ
IOB विभिन्न प्रकार के डिजिटल बैंकिंग उत्पाद और सेवाएँ भी प्रदान करता है, जैसे मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग और UPI आदि।
अधिग्रहण & विलय (Aquisition & Merger)
1960 के दशक में इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने कई स्थानीय बैंकों का अधिग्रहण किया: कोयंबटूर स्टैंडर्ड बैंक (अधिग्रहण 1963; मद्रास में एक शाखा), नानजिनाड बैंक या नानजानाद बैंक, कोयंबटूर वसुंथरा बैंक या कोयंबटूर वसुंदरा बैंक (अधिग्रहण 1964), कुलीतलाई बैंक (अधिग्रहण 1964; 6 शाखाएँ), श्रीनिवास पेरुमल बैंक (कोयंबटूर में स्थापित. नवंबर 1935; अधिग्रहण 1966), और (श्री/लॉर्ड) वेंकटेश्वर बैंक (स्थापना जून 1931 सेलम शेवापेट श्री वेंकटेश्वर बैंक के रूप में; अधिग्रहण 1967; सेलम, तमिलनाडु में दो शाखाएँ)।
1988-89 में IOB ने बचाव के तौर पर बैंक ऑफ तमिलनाडु और उसकी 99 शाखाओं का अधिग्रहण किया था। 2001 में IOB ने मुंबई स्थित आदर्श जनता सहकारी बैंक का अधिग्रहण किया था। 2009 में IOB ने श्री सुवर्णा सहकारी बैंक का अधिग्रहण किया था, जिसकी स्थापना 1969 में हुई थी और इसका हेड ऑफिस पुणे में था। इसकी पुणे में 9 शाखाएँ, मुंबई में दो और शिरपुर में एक शाखा थी। 2007 में IOB ने भारत ओवरसीज बैंक का अधिग्रहण कर किया था, जिसकी स्थापना 1973 में हुई थी।