अंबुजा सीमेंट्स | Ambuja Cements

अंबुजा सीमेंट्स कंपनी प्रोफाइल, फाउंडर, मालिक, CEO, नेटवर्थ, प्रोडक्ट, पार्टनरशिप, विकी और अधिक (Ambuja Cements company details in hindi)

अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड भारत की लीडिंग सीमेंट कंपनियों में से एक है, जिसका मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। और यह अडानी ग्रुप का हिस्सा है। वर्तमान में अंबुजा सीमेंट की देश भर में छह इंटीग्रेटेड सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स और आठ सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट्स के साथ 31 मिलियन टन की सीमेंट क्षमता है।

बायो/विकी (Bio/Wiki)

नाम:-अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements)
लीगल नाम:-अंबुजा सीमेंट लिमिटेड
पूर्व नाम:-गुजरात अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड (1983-2007)
प्रकार (Type):-पब्लिक
इंडस्ट्री:-बिल्डिंग मैटेरियल

प्रोफाइल (Profile)

स्थापना की तारीख:-1983
फाउंडर:-सुरेश कुमार नेवतिया
नरोत्तम सेखसरिया
मुख्य लोग:-गौतम अडानी (चैयरमेन)
अजय कपूर (CEO)
मुख्यालय:-मुंबई, महाराष्ट्र
स्टॉक एक्सचेंज:-BSE: 500425
NSE: AMBUJACEM
राजस्व (Revenue):-₹39,675 करोड़ (वित्त वर्ष 2023)
कुल संपत्ति (Total Asset):-₹51,721 करोड़ (वित्त वर्ष 2023)
नेटवर्थ:-₹38,757 करोड़ (वित्त वर्ष 2023)
मालिक:-अडानी ग्रुप
वेबसाइट:-www.ambujacement.com

कंपनी के बारे में (About Company)

अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड एक लीडिंग भारतीय सीमेंट कंपनी है, जिसकी स्थापना 1983 गुजरात अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के रूप में हुई थी। कंपनी की वर्तमान में देश भर में छह इंटीग्रेटेड सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स और आठ सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट्स है। अंबुजा सीमेंट की 31.45 मिलियन टन (MTPA) की उत्पादन क्षमता है। और वर्तमान में यह अडानी ग्रुप का हिस्सा है।

प्रोडक्ट (Product)

अंबुजा सीमेंट प्रोडक्ट इस प्रकार है:-

  • अंबुजा सीमेंट
  • अंबुजा कवच
  • अंबुजा बिल्डसेम
  • अंबुजा प्लस
  • अंबुजा कूल वॉल्स
  • अंबुजा रेलसेम
  • अंबुजा कॉम्पोसेम
  • एल्कोफाइन
  • अंबुजा पॉवरसेम

पार्टनरशिप (Partnership)

अंबुजा सीमेंट ने 2006 से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी होलसिम के साथ रणनीतिक साझेदारी की थी। होलसिम ने कंपनी में 2,140 करोड़ रुपये में प्रमोटरों की 14.8 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। 2010 से 2022 तक होलसिम के पास अंबुजा सीमेंट्स में 61.62% नियंत्रण हिस्सेदारी थी।

अप्रैल 2022 को होलसिम ने घोषणा की कि वह मुख्य बाजारों पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति के तहत 17 वर्षों के संचालन के बाद भारतीय बाजार से बाहर निकलना चाहती है और अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी में अपनी हिस्सेदारी को बेचना चाहती है। मई 2022 को होलसिम ने अंबुजा सीमेंट्स में अपनी पूरी हिस्सेदारी अडानी ग्रुप को बेच दी थी।