ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स | Allcargo Logistics

ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स एक मुंबई स्थित भारतीय लॉजिस्टिक्स कंपनी है। यह दुनिया भर में मल्टी-मॉडल इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सेवाएं प्रदान करता है।

बायो/विकी (Bio/Wiki)

नाम:-ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स (Allcargo Logistics)
लीगल नाम:-ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स लिमिटेड
प्रकार (Type):-पब्लिक
इंडस्ट्री:-लॉजिस्टिक्स, ट्रांसपोर्टेशन

प्रोफाइल (Profile)

स्थापना की तारीख:-अगस्त 1993
फाउंडर:-शशि किरण शेट्टी
मुख्य लोग:-शशि किरण शेट्टी (एक्जीक्यूटिव चेयरमैन)
आदर्श हेगड़े (MD)
मुख्यालय:-मुंबई, महाराष्ट्र
स्टॉक एक्सचेंज:-BSE: 532749
NSE: ALLCARGO
राजस्व (Revenue):-₹18,153 करोड़ (वित्त वर्ष 2023)
कुल संपत्ति (Total Asset):-₹7,336 करोड़ (वित्त वर्ष 2023)
नेटवर्थ:-₹3,114 करोड़ (वित्त वर्ष 2023)
वेबसाइट:-www.allcargologistics.com

कंपनी के बारे में (About Company)

ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स की स्थापना 1993 में शशि किरण शेट्टी द्वारा ऑलकार्गो मूवर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के रूप में की थी। कंपनी ने एक शिपिंग एजेंसी के रूप में अपना परिचालन शुरू किया और माल अग्रेषण सेवाएं (freight forwarding services) भी प्रदान कीं थी। दिसंबर 2005 को कंपनी का नाम बदलकर ऑलकार्गो ग्लोबल लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया था।

कंपनी वर्ष 2006 में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन गई थी। ऑलकार्गो 2006 में IPO के माध्यम से भारतीय स्टॉक एक्सचेंज BSE और NSE पर लिस्ट हुआ था। 2011 में कंपनी का नाम बदलकर ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स लिमिटेड कर दिया था। ऑलकार्गो 160 से अधिक देशों में एक मजबूत नेटवर्क और दुनिया भर में 4,000 से अधिक पोर्ट्स को कवर करने वाले 300 से अधिक कार्यालयों के साथ वैश्विक LCL समेकन (consolidation) बाजार में लीडिंग प्लेयर में से एक है।

व्यवसाय (Business)

ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स दुनिया भर में मल्टी-मॉडल इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सेवाएं प्रदान करता है। यह कंपनी मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट ऑपरेशंस, अंतर्देशीय कंटेनर डिपो, कंटेनर फ्रेट स्टेशन ऑपरेशंस, कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स ऑपरेशंस, और प्रोजेक्ट & इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस में विशेष लॉजिस्टिक्स सुविधा उपलब्ध कराती है।

मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट ऑपरेशंस (MTO)

ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स की मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट ऑपरेशंस सर्विस में इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ECU वर्ल्डवाइड के माध्यम से वैश्विक स्तर पर LCL समेकन (consolidation) और तटस्थ FCL गतिविधियों से संबंधित NVOCC संचालन शामिल हैं। शुरुआत में कंपनी ने ECU वर्ल्डवाइड (पहले ECU-लाइन) के एजेंट के रूप में LCL समेकन (consolidation) के व्यवसाय में प्रवेश किया था। 180 देशों में अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के साथ, यह डिवीजन डायरेक्ट निर्यात/आयात और मल्टीसिटी समेकन (consolidation) सेवाएं प्रदान करता है।

कंटेनर फ्रेट स्टेशन (CFS) और अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (ICD)

ऑलकार्गो ने 2003 में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (नवी मुंबई) से कंटेनर फ्रेट स्टेशन (CFS) परिचालन शुरू किया था। 2007 में कंपनी ने चेन्नई (तमिलनाडु में) और मुंद्रा (गुजरात में) में दो नए CFS शुरू किए, और 2017 में कोलकाता (पश्चिम बंगाल में) में एक और CFS शुरू किया था।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के दादरी में इसका अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (ICD), कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CONCOR) के साथ एक ज्वाइंट वेंचर है, जिसमें ऑलकार्गो की हिस्सेदारी 51% है। इसकी सेवाओं में निर्यात और आयात हैंडलिंग, LCL शिपमेंट, बंधुआ और खुले वेयरहाउस, फर्स्ट और लास्ट-माइल परिवहन, सूखे कंटेनर का रखरखाव और मरम्मत, रीफ़र मॉनिटरिंग और hazardous material handling शामिल है।

थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स

ऑलकार्गो कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स डिवीजन गोवा, होसुर और भिवंडी (मुंबई के पास) जैसे गोदामों और स्थानों का संचालन करता है।

लॉजिस्टिक्स पार्क

2018 में ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स ने अपने मौजूदा भूमि बैंकों का मॉनिटाइज करने और ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्रियल पार्क प्राइवेट लिमिटेड के नाम से वेयरहाउसिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक पार्कों में विस्तार करने का निर्णय लिया था। ऑलकार्गो के लॉजिस्टिक्स पार्क और वेयरहाउसिंग सुविधाएं हैदराबाद, बेंगलुरु, अहमदाबाद, दिल्ली (NCR) और अन्य ट्रेड केंद्रों में स्थित हैं।

अधिग्रहण (Aquisition)

ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स कंपनी के मुख्य अधिग्रहण इस प्रकार है:

  • ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स लिमिटेड ने 2002 में ACM लाइन्स (Pty) लिमिटेड में 50% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
  • 2005 में ऑलकार्गो ने ECU-लाइन में 33.8% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। उसके बाद 2006 में ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स ने $15.67 मिलियन में ECU-लाइन (जो अब ECU वर्ल्डवाइड है) की शेष हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
  • 2007 में कंपनी ने थॉमस कुक इंडिया लिमिटेड से हिंदुस्तान कार्गो लिमिटेड का अधिग्रहण किया था।
  • 2008 में कंपनी ने ट्रांसइंडिया फ्रेट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट और इक्विपमेंट डिवीजन का अधिग्रहण किया था।
  • 2013 में ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स ने अपनी सहायक कंपनी ECU लाइन के माध्यम से US-आधारित कंपनी इकोनोकैरिब कंसोलिडेटर्स को लगभग $50 मिलियन में 100% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
  • 2013 में कंपनी ने अपनी सहायक कंपनी इकोहोल्ड NV के माध्यम से नीदरलैंड स्थित लॉजिस्टिक्स कंपनी FCL मरीन एजेंसीज रॉटरडैम में 75% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
  • 2017 में ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स ने कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स सेगमेंट में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए अव्वाश्या CCI लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी हासिल की था। ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स ने पहले 2016 में CCI में एक नियंत्रित हिस्सेदारी हासिल की थी और ज्वाइंट वेंचर अव्वाश्या CCI का गठन किया था, जिसमें ऑलकार्गो की 61% से अधिक हिस्सेदारी थी। मार्च 2023 में ऑलकार्गो ने अपने पार्टनर्स से शेष 38.87% हिस्सेदारी 145 करोड़ रुपये में हासिल की था। इस अधिग्रहण से ऑलकार्गो ने कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स व्यवसाय में 100% हिस्सेदारी हासिल की थी।
  • 2019 में ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स की सहायक कंपनी ECU वर्ल्डवाइड ने अपने नॉन वेसल वाले सामान्य कैरियर (NVOCC) बिजनेस का विस्तार करने के लिए हॉन्ग कॉन्ग स्थित PAK DA (HK) लॉजिस्टिक्स और सिंगापुर स्थित spechem सप्लाई चैन मैनेजमेंट में बहुमत हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।
  • 2020 में ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स ने हैदराबाद स्थित गति लिमिटेड में 46.86% हिस्सेदारी हासिल कर ली थी, जिससे वह कंपनी का प्रमोटर बन गया था। कंपनी ने 5 दिसंबर 2019 को अधिग्रहण की घोषणा की और कहा कि इसकी लागत लगभग 416 करोड़ रुपये होगी।
  • जुलाई 2021 में ऑलकार्गो ने स्वीडिश लॉजिस्टिक्स कंपनी नॉर्डिकॉन में $29 मिलियन में 65% हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। यह अधिग्रहण एक ज्वाइंट वेंचर कंपनी ऑलकार्गो बेल्जियम NV के माध्यम से किया गया था, जो ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स लिमिटेड की वैश्विक सहायक कंपनी है।
  • जनवरी 2023 में ऑलकार्गो लॉजिस्टिक्स ने 12 मिलियन यूरो में जर्मन कार्गो कंसॉलिडेटर फेयर ट्रेड GmbH में 75% हिस्सेदारी हासिल की थी। इस अधिग्रहण का उद्देश्य जर्मन बाजार में ऑलकार्गो की उपस्थिति को मजबूत करना है।
  • जून 2023 को गति-किंत्सु एक्सप्रेस (GKEPL) में ₹406.71 करोड़ में 30% हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा किया था। ऑलकार्गो की सहायक कंपनी गति के पास पहले से ही GKEPL में 70% हिस्सेदारी है। इस लेनदेन के साथ ऑलकार्गो और गति के पास अब GKEPL में 100% हिस्सेदारी है।